झारखंड की धरती ने भारतीय क्रिकेट को कई सितारे दिए हैं। एमएस धोनी जैसे महान खिलाड़ियों की इस मिट्टी से एक और नया नाम उभर कर आया है – रोबिन मिंज (Robin Minz)। उनकी कहानी संघर्ष, जुनून और मेहनत का एक बेहतरीन उदाहरण है। आइए, जानते हैं रोबिन मिंज ( Biography of Robin Minz ) के सफर के बारे में
शुरुआत: गुमला से नामकुम तक का सफर
रोबिन मिंज झारखंड के गुमला जिले से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उनका बचपन रांची के नामकुम इलाके में बीता। वह एक आदिवासी क्रिश्चियन परिवार से आते हैं। उनके पिता, जेवियर मिंज, पहले भारतीय सेना में थे और अब रांची एयरपोर्ट पर काम करते हैं। उनकी मां, एलिस तिर्की, एक गृहिणी हैं। परिवार में दो बहनें भी हैं, करिश्मा मिंज और रोसिता मिंज। रोबिन के लिए क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि बचपन से ही एक सपना था। लकड़ी के बल्ले से क्रिकेट खेलना शुरू करने वाले रोबिन ने अपने आदर्श एमएस धोनी से प्रेरित होकर क्रिकेट को करियर बनाने की ठानी। उन्होंने मजरो कॉन्वेंट स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद अपने पूरे समय को क्रिकेट को समर्पित कर दिया।
क्रिकेट की शुरुआत और संघर्ष
रोबिन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत नामकुम बाजार मैदान से की। इसके बाद उन्होंने सेंट जेवियर स्कूल और फिर सीनेट कोचिंग में प्रशिक्षण लिया। उनके कोच चंचल भट्टाचार्य, एसपी गौतम, और सिफ हक ने उनके खेल को निखारने में अहम भूमिका निभाई। रांची के गेल कहे जाने वाले रोबिन की लंबी हिट मारने की कला ने उन्हें जल्दी ही पहचान दिलाई। गुमला जिला क्रिकेट टीम से शुरुआत करते हुए उन्होंने झारखंड के लिए अंडर-19 और अंडर-25 टीमों में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। 2020 और 2021 के सीजन में रोबिन ने कई यादगार पारियां खेलीं, जिनमें ओडिशा के टी-20 टूर्नामेंट में 35 गेंदों पर बनाए गए नाबाद 73 रन और देवघर में बैक-टू-बैक शतक शामिल हैं।
आईपीएल का सफर और बड़ी बोली
रोबिन मिंज को 2024 के आईपीएल मिनी ऑक्शन में गुजरात टाइटंस ने ₹20 लाख की बेस प्राइस पर बोली लगायी और बोली ₹3.6 करोड़ तक पहुंची, और वह आईपीएल में चुने जाने वाले पहले आदिवासी खिलाड़ी बने। हालांकि, दुर्भाग्यवश 2024 के सीजन से ठीक पहले एक बाइक दुर्घटना के चलते वह पूरे सीजन से बाहर हो गए।
इसके बाद, 2025 के आईपीएल मेगा ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने रोबिन को ₹75 लाख में खरीदा। यह रकम पिछले साल की बोली के मुकाबले कम थी, लेकिन इससे रोबिन की मेहनत और क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ा। अब वह अपने दमदार प्रदर्शन से मुंबई इंडियंस के लिए धमाल मचाने को तैयार हैं। उनकी यह कीमत सिर्फ पैसों का आंकड़ा नहीं, बल्कि उनके जुनून और संघर्ष का प्रमाण है। घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बाद, अब वह फ्रेंचाइजी क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए तैयार हैं
झारखंड के पहले आदिवासी क्रिकेटर बनने का गौरव
रोबिन मिंज अब झारखंड के पहले आदिवासी क्रिकेटर बन गए हैं जिन्होंने आईपीएल में जगह बनाई है। उनके पिता ने एक इंटरव्यू में बताया कि एमएस धोनी ने एक बार उनसे वादा किया था कि अगर कोई भी टीम रोबिन को नहीं चुनेगी, तो वह सुनिश्चित करेंगे कि सीएसके उन्हें मौका दे।
आने वाले समय की उम्मीदें
रोबिन मिंज का यह सफर सिर्फ उनकी मेहनत की कहानी नहीं, बल्कि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों और गांवों से बड़े सपने देखते हैं। अब उनकी निगाहें आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बनाने पर हैं।
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