Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana : झारखंड सरकार द्वारा बेटियों को सशक्त बनाने और उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना एक बेहतरीन पहल है। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना है। समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, और बालिकाओं के प्रति नकारात्मक सोच को समाप्त करना इस योजना के प्रमुख उद्देश्यों में से है। अगर आपके परिवार में कोई बालिका आठवीं कक्षा से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई कर रही है या 18-19 वर्ष की आयु में है, तो यह योजना उनके जीवन को एक नई दिशा देने का काम कर सकती है। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी और कैसे यह झारखंड की बेटियों को सशक्त बना रही है।
क्या है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना? | What is Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana?
यह योजना झारखंड सरकार के महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा संचालित की जाती है। इसका उद्घाटन झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने किया था। योजना का उद्देश्य बेटियों के प्रति समाज की सोच को बदलना और उन्हें शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में मजबूत बनाना है।
योजना का उद्देश्य | Objective of Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana
▪️महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
▪️बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करना।
▪️बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करना।
▪️उच्च कक्षाओं में पढ़ने वाली बालिकाओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
▪️किशोरियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान देना।
▪️उन्हें अपने जीवन से जुड़े निर्णय लेने में सक्षम बनाना।
योजना के तहत मिलने वाला आर्थिक लाभ | Financial benefits under Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana
इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं को उनकी कक्षा और उम्र के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि बालिकाएं शिक्षा के लिए प्रेरित रहें और आर्थिक बाधाओं के कारण उनकी पढ़ाई बीच में न रुके।
कक्षा | आर्थिक लाभ की राशि |
कक्षा 8 | रु० 2,500/- |
कक्षा 9 | रु० 2,500/- |
कक्षा 10 | रु० 5,000/- |
कक्षा 11 | रु० 5,000/- |
कक्षा 12 | रु० 5,000/- |
▪️18-19 वर्ष की आयु रु० 20,000/- (एकमुश्त)
कुल आर्थिक लाभ | Total economic profit in Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana
यदि बालिका इस योजना का लाभ आठवीं कक्षा से लेकर 18-19 वर्ष की आयु तक लेती है, तो उसे कुल रु० 40,000/- की सहायता प्रदान की जाती है।
नियम और शर्तें
पहले इस योजना का लाभ केवल सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को ही मिलता था। लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है। अब निजी स्कूलों में पढ़ रही बालिकाएं भी इस योजना का लाभ ले सकती हैं, यदि वे निम्नलिखित शर्तें पूरी करती हैं:
▪️बालिका ने निजी स्कूल में आरक्षित सीटों के तहत नामांकन लिया हो।
▪️वह आर्थिक रूप से कमजोर (गरीब) हो।
कैसे करें आवेदन? | How to Apply Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana ?
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल है। हालांकि, फिलहाल इसकी आधिकारिक वेबसाइट (https://savitribaipksy.jharkhand.gov.in/ ) पूर्ण रूप से तैयार नहीं है। इसलिए, आवेदन के लिए नीचे दिए गए तरीकों का पालन करें:
ऑफलाइन आवेदन | Offline Mode
▪️अपने संबंधित ब्लॉक कार्यालय या सीडीपीओ (CDPO) कार्यालय में जाकर संपर्क करें।
▪️वहां से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और उसे भरकर सबमिट करें।
ऑनलाइन आवेदन | Online Mode
▪️जब वेबसाइट पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
▪️वेबसाइट पर नियमित रूप से जानकारी के लिए विजिट करें।
सुझाव: झारखंड से जुड़ी ऐसी ही योजनाओं और जानकारी के लिए Jharkhandcircle.in पर नियमित रूप से विजिट करें।
योजना का झारखंड में प्रभाव | Impact of Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana in Jharkhand
इस योजना के माध्यम से झारखंड की बेटियों के जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना न केवल बालिकाओं को शिक्षित कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त भी बना रही है। झारखंड के हर जिले में इस योजना के लाभार्थी मौजूद हैं। नीचे कुछ प्रमुख जिलों में इस योजना के लाभार्थियों की प्रतिशत सूची दी गई है:
जिला | जिलेवार लाभार्थियों का प्रतिशत |
बोकारो | 6.08% |
धनबाद | 6.00% |
हजारीबाग | 5.87% |
रांची | 6.85% |
पलामू | 7.15% |
गिरिडीह | 5.81% |
योजना की खासियत | Features of Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana
शिक्षा को बढ़ावा: योजना के तहत आर्थिक सहायता मिलने से बालिकाओं का स्कूल ड्रॉपआउट रेट कम हुआ है।
सशक्तिकरण: किशोरियां अपने जीवन के बारे में निर्णय लेने में अधिक सक्षम हो रही हैं।
सामाजिक बदलाव: बाल विवाह और बालिकाओं के प्रति नकारात्मक सोच में कमी आ रही है।
स्वास्थ्य और स्वच्छता: किशोरियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना झारखंड की बेटियों के लिए वरदान साबित हो रही है। यह योजना न केवल उनकी शिक्षा को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी दे रही है। यदि आपके घर में या आसपास कोई ऐसी बालिका है जो इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र है, तो उसे अवश्य प्रोत्साहित करें।
याद रखें, बेटियों को शिक्षित करना न केवल उनके भविष्य को सुरक्षित करता है, बल्कि एक सशक्त समाज की नींव भी रखता है। Jharkhandcircle.in पर झारखंड की ऐसी ही महत्वपूर्ण योजनाओं और अपडेट्स के लिए विजिट करते रहें।
सशक्त बेटियां, सशक्त झारखंड!